कोण के प्रकारो के बारे में जानना भी बहुत जरुरी है। चाहे हमें कोई गणित का सवाल करना हो या हमारी दिनचर्या की कोई समस्या में भी कोणो का उपयोग होता है।
जैसे की हमरे कमरे चार दीवारे एक दूसरे से किसी कोण पर मिलती है। ज्यादातर कमरे वर्गाकार या आयताकार होते है जिनके कोण 90 डिग्री पर मिलते है।
आज हम कोणो के विभिन्न प्रकारो के बारे में चर्चा करेंगे।
कोणो के प्रकार
कोण के निम्न प्रकार होते है –
शुन्य कोण (Zero Angle) – शुन्य कोण तब होता है जब कोण 0 डिग्री का हो अर्थात दोनों रेखाएं एक ही दिशा में हो।
न्यूनकोण (Acute Angle) – जब कोण की माप 0 से 90 डिग्री के बीच हो तब उसे न्यूनकोण कहते है।
समकोण (Right Angle) – 90 डिग्री के कोण को समकोण कहते है।
अधिक कोण (Obtuse Angle) – 90 डिग्री से अधिक तथा 180 डिग्री से काम के कोण को अधिक कोण कहते है।
सरल कोण (Straight Angle) – 180 डिग्री के कोण को सरल कोण कहते है।
धनात्मक और ऋणात्मक कोण
जब हम कोण को घड़ी के विपरीत दिशा में मापते है तो वह धनात्मक कोण होता है तथा जब घड़ी की दिशा में मापते है तो ऋणात्मक कोण होता है।